पशुपालकों के लिए बड़ी खबर! यहां लॉन्च हुई मोबाइल वेटनरी एंबुलेंस, टोल फ्री नंबर भी जारी
Mobile Veterinary Ambulance: मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य संबंधी सुझाव और एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए रांची में स्थापित एकीकृत कॉल सेंटर का टोल-फ्री नंबर 1962 भी जारी किया.
Mobile Veterinary Ambulance: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 236 मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयों (MVU) की शुरुआत की ताकि पशुपालकों के घर तक बेहतर पशु स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सके. एक अधिकारी ने बताया कि आधुनिक एम्बुलेंस एमवीयू प्राथमिक चिकित्सा सेवाओं, परीक्षण सुविधाओं से सुसज्जित होंगी तथा उनमें पशु चिकित्सक भी होंगे. मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य संबंधी सुझाव और एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए रांची में स्थापित एकीकृत कॉल सेंटर का टोल-फ्री नंबर 1962 भी जारी किया.
राज्य में पशुओं के लिए भी बीमा 'कवरेज'
सोरेन ने एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, सरकार राज्य के किसानों के उत्थान के लिए काम कर रही है. कृषि और संबद्ध क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देते हुए सरकार ने पिछले साढ़े चार वर्षों में महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं और नीतियां बनाई हैं.
ये भी पढ़ें- स्ट्रॉबेरी की खेती से लाखों कमाने का मौका, सरकार दे रही ₹3.36 लाख, फटाफट उठाएं फायदा
TRENDING NOW
Gold-Silver Price Diwali: दिवाली पर सस्ता हुआ सोना, चांदी में भी आई गिरावट, यहां चेक करें लेटेस्ट रेट
1 नवंबर से बदल जाएंगे Credit Card के नियम: SBI और ICICI Bank ने किए नए बदलाव, जानिए आप पर क्या होने वाला है असर
BSNL का साथ देने आगे आई Tata Group की ये दिग्गज कंपनी, कर दिया ऐसा काम कि यूजर्स खुद बोलेंगे- थैंक्यू!
उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों का 2 लाख रुपये तक का लोन माफ किया है. सोरेन ने कहा, यह पहली बार है जब राज्य में पशुओं के लिए भी बीमा 'कवरेज' सुनिश्चित करने की नीति बनाई गई है.
एंबुलेंस सेवा निःशुल्क उपलब्ध होगी
राज्य कृषि विभाग के सचिव अबू बकर सिद्दीकी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के 24 जिलों के 236 खंडों में एंबुलेंस सेवा निःशुल्क उपलब्ध होगी. एम्बुलेंस सेवा का फायदा उठाने के लिए पशुपालकों को कॉल सेंटर पर अपनी जरूरतें दर्ज करानी होंगी.
ये भी पढ़ें- PM Kisan: जल्द जारी होगी 18वीं किस्त, उन्हीं किसानों को मिलेंगे ₹2,000 जो पूरी करेंगे ये शर्त
राज्य पशुपालन निदेशक किरण कुमारी पासी ने कहा, अगर कॉल पर उपचार बताया जा सकता है, तो विशेषज्ञ पशुपालकों को मार्गदर्शन देंगे. अगर मामला गंभीर पाया जाता है, तो एम्बुलेंस के साथ पशु चिकित्सक किसानों के घर जाएंगे और उपचार प्रदान करेंगे.
08:24 PM IST